राशिद खान आज किसी पहचान के मोहताज नहीं है। उन्होंने अपनी खेल प्रतिभा से लाखों लोगों को अपना दीवाना बना लिया है। राशिद खान की गिनती दुनिया के दिग्गज क्रिकेटरों में होती है। अफगानिस्तान में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में राशिद खान लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। मगर राशिद खान के लिए इस मुकाम तक पहुंचना इतना आसान नहीं था। तो चलिए जानते है इस स्टार क्रिकेटर के संघर्ष की कहानी।
राशिद खान के बारे में
आपको बता दें कि राशिद खान का जन्म अफगानिस्तान के नांगरहार में हुआ था। राशिद खान दस भाई बहन हैं। आपको बता दें कि जब राशिद छोटे थे तो अफगानिस्तान में गृह युद्ध चल रहा था। जिस वजह से उन्हें अपना घर छोड़कर पाकिस्तान जाना पड़ा था। राशिद खान का परिवार अफगानिस्तान से भागकर पाकिस्तान गए और वहां कुछ सालों तक रहे। युद्ध के बाद उनका परिवार वापस अफगानिस्तान लौट आया।
आपको बता दें कि राशिद खान भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली और पाकिस्तानी क्रिकेटर राशिद अफरीदी के बहुत बड़े फैन हैं। उन्हें अफगानिस्तान का अफरीदी भी कहते हैं। वह अपनी बॉलिंग में राशिद अफरीदी के स्टाइल को कॉपी भी करते दिखते हैं। आपको बता दें कि राशिद के पांच बड़े भाई हैं। और वे सभी क्रिकेट खेलते हैं। एक इंटरव्यू में राशिद ने बताया कि अपने भाइयों के साथ क्रिकेट खेलते हुए वह हमेशा प्रेशर फील करते थे। जिस वजह से आज वह प्रेशर हैंडल करने में कुशल हो गए हैं।
आईपीएल ने बदली राशिद की किस्मत
राशिद खान अफगानिस्तान जैसे गरीब देश के खिलाड़ी हैं। उनकी घर की आर्थिक स्थिति भी कुछ खास नहीं रही है। उनका एक छोटा सा बिजनेस है। मगर आईपीएल के बाद इस खिलाड़ी की किस्मत पूरी तरह से बदल गई। और आज वह करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं। आपको बता दें कि 2017 में राशिद खान को 4 करोड़ रूपए में खरीदा गया। उनकी बेस प्राइस 50 लाख रूपए थी। इसके बाद साल 2018 में सनराइजर्स हैदराबाद की टीम ने उन्हें 9 करोड़ रुपए में खरीदा। वहीं साल 2022 में गुजरात टाइटंस ने उन्हें 15 करोड़ की मोटी धनराशि दी थी।
कई रिकॉर्ड्स है राशिद के नाम
आपको बता दें कि अफगानिस्तान के इस खिलाड़ी ने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। उन्होंने सबसे कम उम्र के कप्तान बनने का रिकॉर्ड बनाया। बता दें कि वह 19 साल में कप्तान बने थे। ऐसा करके उन्होंने बरमूडा के रोडनी ट्रॉट का रिकॉर्ड तोड़ा। वनडे रैंकिंग में सबसे कम उम्र के नंबर वन बॉलर बनने का रिकॉर्ड भी राशिद के नाम है। राशिद से पहले यह रिकॉर्ड पाकिस्तान के सकलैन मुश्ताक के नाम था। इतना ही नहीं उन्होंने वनडे में सबसे तेज 100 विकेट हासिल करने का वर्ल्ड रिकार्ड भी बनाया है।