आप सभी लोग जानते ही होंगे कि साउथ की फिल्म आरआरआर के गाने नाटू नाटू ने ऑस्कर जीत लिया है। आज इस आर्टिकल में हम इस चर्चित गाने के सिंगर राहुल सिप्लिगुंज के बारे में आपको बताने जा रहे हैं। राहुल ने अपनी मेहनत के दम पर यह मुकाम हासिल किया है। इस मुकाम तक पहुंचने के लिए राहुल ने अपने जीवन में खूब संघर्ष किया। तो चलिए जानते हैं सिंगर राहुल सिप्लिगुंज की प्रेरणादायक कहानी।
जानिए सिंगर राहुल के संघर्ष की कहानी
जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं कि आरआरआर के गाने नाट उन्होंने ऑस्कर जीतकर भारत को खुद पर गर्व करने का मौका दिया है। इन दिनों हर जगह इसकी चर्चा हो रही है। मगर आप में से बहुत कम लोग जानते होंगे कि इस गाने के सिंगर ने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए काफी संघर्ष किया है।
बता दे कि नाटू नाटू गाने के सिंगर राहुल सिप्लिगुंज का जन्म धूलपेट के पास मंगलघट इलाके में हुआ है। बता दें कि राहुल के पिता राजकुमार पेशे से एक नाई है। राहुल के पिता सलून चलाकर अपने घर की रोजी-रोटी चलाते हैं। राहुल के पिता राजकुमार चाहते थे कि उनका बेटा अच्छी नौकरी करें और अपनी लाइफ में सेटल हो।
मगर राहुल का मन कभी पढ़ाई में नहीं लगा। वह हमेशा गलियों में क्रिकेट और कबड्डी खेला करते थे। आपको बता दें कि राहुल को संगीत का शौक था। वे विनायक चविथी उत्सव के समय में गणेश पंडालों में गाया करते थे।
राहुल का मन कभी भी पढ़ाई में नहीं लगा। मगर उन्हें गाने का शौक था। उनके शौक को देखते हुए राहुल के पिता राजकुमार ने बेटे को सिंगिंग क्लास ज्वाइन करने के लिए कहा। आपको बता दें कि इस दौरान राहुल पिता के सलून में काम भी किया करते थे। अपनी स्टेज फियर को दूर करने के लिए राहुल अपने रिश्तेदारों के घर पर आयोजित समारोह में गाया भी करते थे।