काबिलियत किसी की हैसियत देखकर उसके पास नहीं आती है। जी हां, जो कड़ी मेहनत करता है उसे सफलता निश्चित ही प्राप्त होती है। आज की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। बता दे की ट्रक ड्राइवर के बेटे ने कुछ ऐसा करके दिखाया है जिस वजह से वह देश के युवाओं के लिए एक मिसाल बन चुका है। उसने यह साबित करके दिखाया कि सफलता की एक ही चाबी है वह है मेहनत। उसने यह साबित कर दिया की दृढ निश्च्य और मेहनत से आप किसी भी मुकाम को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।
ट्रक ड्राइवर का बेटा बना आईएएस
ट्रक ड्राइवर के बेटे ने वह करके दिखा दिया है जो कई लोगों के लिए महज एक सपना सा है। जी हां, एक ट्रक ड्राइवर के बेटे ने यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा में अपना परचम लहराया है। यूपीएससी की कठिन परीक्षा उत्तीर्ण कर पवन कुमार कुमावत ने अपने पिताजी का नाम फक्र से ऊंचा कर दिया है। मोहल्ले वाले बधाई देने के लिए उसके घर पहुंच रहे है।
आपको बता दे कि पवन कुमार कुमावत की प्रारंभिक शिक्षा लिखाई शहर के किसी पब्लिक स्कूल में हुई। पवन कुमार के पिता रामेश्वरलाल जो कि एक ट्रक ड्राइवर हैं, अपने बेटे के भविष्य के लिए गांव छोड़कर नागौर शहर में आकर बस गए। यहां पर पवन ने अपनी आगे की पढ़ाई की। इसके बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए जयपुर चले गए।
लालटेन की रौशनी में करता था पढ़ाई
अपनी कड़ी मेहनत की बदौलत आज पवन यूपीएससी की कठिन परीक्षा उत्तीर्ण कर पाए हैं। पवन ने अपने इस कठिन सफर के बारे में बात करते हुए बताया कि घर में बिजली ना होने पर वह लालटेन में या चिमनी जाकर पढ़ाई करते थे। पवन ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार वालों को दिया है। पवन ने बताया कि बचपन में उनकी दादी उन्हें कई धार्मिक कहानियां सुनाती थी। उन कहानियों से पवन को काफी प्रेरणा मिली। कहानियों को सुनकर उनके मन में जीवन में कुछ बड़ा करने की जिज्ञासा उत्पन्न हुई।